हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसें अब किसी समारोह, कार्यक्रम या रैली के लिए कुल किराये के 50 फीसदी अग्रिम भुगतान पर ही बुक होंगी। परिवहन निगम के प्रस्ताव को निगम के निदेशक मंडल की स्वीकृति के बाद लागू कर दिया गया है। लंबे समय तक बुकिंग का पूरा पैसा न मिलने के चलते परिवहन निगम ने यह फैसला लिया है। बसों की मांग आने पर अब निगम उधार में बसें नहीं भेजेगा। 50 फीसदी अग्रिम राशि जमा करवाने के बाद ही बसें भेजी जाएंगी।
बीते विधानसभा चुनाव के दौरान रैलियों के लिए बसों की बुकिंग के एवज में अब तक एचआरटीसी को पांच करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया है। राजनीतिक दलों के अलावा सभी सरकारी विभागों और निगमों बोर्डों पर 50 फीसदी अग्रिम राशि जमा करने के नियम लागू होंगे। इसके बारे में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बसों की बुकिंग के एवज में एचआरटीसी को बाद में पूरा पैसा नहीं मिलता, जिससे निगम को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए अब बिना एडवांस दिए बसें उपलब्ध नहीं करवाई जाएंगी।